बीते साल दूरसंचार कंपनियों के कुल राजस्व में आई 7.13 फीसद की कमी, सरकार को भी हुआ नुकसान
रिपोर्ट में बताया है कि साल 2018 में कंपनियों की दूरसंचार सेवाओं की बिक्री से मिलने वाला AGR (समायोजित सकल राजस्व) भी 10 फीसद कम होकर 144446 करोड़ रुपये रहा।(PCPixabay)
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने बताया है कि दूरसंचार कंपनियों के कुल राजस्व में बीते साल यानी 2018 में गिरावट देखी गई है। ट्राई के अनुसार, साल 2018 में दूरसंचार कंपनियों के कुल राजस्व में 7.13 फीसद की कमी आई है। ट्राई ने बुधवार को यह जानकारी दी। ट्राई ने बताया कि इस अवधि में दूरसंचार ऑपरेटरों की ओर से सरकार को मिलने वाली लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम फीस में भी गिरावट आई है। इनमें क्रमश: 10.29 फीसद और 17.7 फीसद की गिरावट हुई है।
ट्राई ने रिपोर्ट में बताया है कि साल 2018 में कंपनियों की दूरसंचार सेवाओं की बिक्री से मिलने वाला AGR (समायोजित सकल राजस्व) भी 10 फीसद कम होकर 1,44,446 करोड़ रुपये रहा। यह साल 2017 में 1,60,814 करोड़ रुपये था। साल 2018 में सकल राजस्व भी कम होकर 2,37,417 करोड़ रुपये रह गया, जो कि साल 2017 में 2,55,655 करोड़ रुपये था।
ट्राई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि साल 2018 में दूरसंचार कंपनियों से सरकार को मिलने वाला स्पेक्ट्रम प्रयोग शुल्क भी 17.74 फीसद कम होकर 4,186 करोड़ रुपये रह गया है। इसके अलावा लाइसेंस शुल्क के कलेक्शन में भी 10.2 फीसद की गिरावट आई है। यह पिछले साल 11,641 करोड़ रुपये रहा है।
ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सेस सेवाओं से भारती एयरटेल का AGR सालाना आधार पर 26.95 फीसद, वोडाफोन का 8.12 फीसद और आइडिया का 65.61 फीसद घटा है। इस तरह दूरसंचार सेवाओं के कुल एजीआर में एक्सेस सेवाओं का हिस्सा 71.19 फीसद रहा। हालांकि, इस दौरान रिलायंस जियो का AGR 316.5 फीसद बढ़कर 31,097 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।